कैबिनेट / रबी की फसलों के समर्थन मूल्य में 325 रु तक इजाफा, गेहूं का एमएसपी 85 रु बढ़ा; एमटीएनएल का बीएसएनएल में मर्जर होगा

- दिल्ली की अनाधिकृत कॉलोनियों में रह रहे 40 लाख लोगों को मालिकाना अधिकार दिया जाएगा
- नॉन ऑयल कंपनियां भी फ्यूल रिटेल कारोबार कर सकेंगी
नई दिल्ली. केंद्रीय कैबिनेट ने बुधवार को रबी की फसलों के समर्थन मूल्य (एमएसपी) में बढ़ोतरी समेत कई अहम फैसले लिए। गेहूं का एमएसपी 1840 रुपए से बढ़कर अब 1925 रुपए प्रति क्विंटल हो गया। केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावडेकर, रविशंकर प्रसाद और हरदीप सिंह पुरी ने कैबिनेट के फैसलों की जानकारी दी।
फसल | एमएसपी पहले (रु/प्रति क्विंटल) | एमएसपी अब (रु/क्विंटल) | इजाफा (रु/क्विंटल) |
गेहूं | 1840 | 1925 | 85 |
जौ | 1440 | 1525 | 85 |
सरसों | 4200 | 4425 | 225 |
चना | 4620 | 4875 | 255 |
कुसुम | 4945 | 5215 | 270 |
मसूर | 4475 | 4800 | 325 |
कैबिनेट के अन्य फैसले
- एमटीएनएल का बीएसएनएल में मर्जर होगा, कर्मचारियों के लिए वीआरएस योजना।
- बीएसएनएल के रिवाइवल के लिए 15 हजार करोड़ रुपए के सॉवरेन बॉन्ड लाए जाएंगे, 38 हजार करोड़ की संपत्तियां बेची जाएंगी।
- मर्जर प्रक्रिया पूरी होने तक एमटीएनएल, बीएसएनएल की सब्सिडियरी रहेगी।
- दिल्ली की अनाधिकृत कॉलोनियों में रह रहे 40 लाख लोगों को मालिकाना अधिकार दिया जाएगा।
- नॉन ऑयल कंपनियां भी फ्यूल रिटेल कारोबार कर सकेंगी।